रेलवे की नई योजना शुरू
भारतीय रेलवे ने सीनियर सिटीजन के लिए एक बड़ा ऐलान किया है। 20 मई 2025 से कुछ खास बुजुर्गों को ट्रेन टिकट में छूट मिलेगी। पहले यह छूट सभी सीनियर सिटीजन को मिलती थी, लेकिन 2020 में कोविड-19 के समय इसे बंद कर दिया गया था। अब रेलवे ने इसे फिर से शुरू करने का फैसला किया है, लेकिन कुछ शर्तों के साथ। इस खबर से लाखों बुजुर्गों को राहत मिलने की उम्मीद है, क्योंकि यात्रा करना उनके लिए अब सस्ता हो सकता है।
कौन ले सकता है छूट का फायदा?
रेलवे ने साफ किया है कि यह छूट केवल चुनिंदा सीनियर सिटीजन को ही मिलेगी। 60 साल से ज्यादा उम्र के पुरुष और 58 साल से ज्यादा उम्र की महिलाएं इस छूट के लिए पात्र होंगी। हालांकि, यह सुविधा सिर्फ मेल, एक्सप्रेस, और राजधानी जैसी ट्रेनों में लागू होगी। शताब्दी और दुरंतो जैसी प्रीमियम ट्रेनों में यह छूट नहीं मिलेगी। इसके अलावा, छूट का फायदा लेने के लिए बुजुर्गों को अपनी उम्र का सबूत, जैसे आधार कार्ड या कोई सरकारी दस्तावेज, दिखाना होगा।
विवरण | छूट का प्रतिशत | पात्रता |
---|---|---|
पुरुष सीनियर सिटीजन | 40% | 60 साल या उससे अधिक |
महिला सीनियर सिटीजन | 50% | 58 साल या उससे अधिक |
लागू ट्रेनें | मेल, एक्सप्रेस, राजधानी | शताब्दी, दुरंतो में नहीं |
क्यों लिया गया यह फैसला?
रेलवे का कहना है कि कोविड के बाद उनकी आर्थिक स्थिति पर काफी असर पड़ा था, जिसके कारण सीनियर सिटीजन की छूट बंद कर दी गई थी। लेकिन अब हालात सामान्य होने के बाद, बुजुर्गों की मांग को देखते हुए रेलवे ने यह कदम उठाया है। रेलवे ने यह भी बताया कि इस छूट से उनकी आमदनी पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा, क्योंकि यह सुविधा सिर्फ कुछ खास ट्रेनों तक सीमित है। साथ ही, रेलवे ने यात्रियों की सुविधा के लिए लोअर बर्थ और व्हीलचेयर जैसी अन्य सुविधाएं भी बरकरार रखी हैं।
बुजुर्गों को और क्या सुविधाएं?
छूट के अलावा, रेलवे सीनियर सिटीजन को कई अन्य सुविधाएं भी देता है। जैसे, ट्रेन में निचली सीट (लोअर बर्थ) की प्राथमिकता दी जाती है, ताकि बुजुर्गों को चढ़ने-उतरने में आसानी हो। स्टेशनों पर व्हीलचेयर और बैटरी से चलने वाली गाड़ियां भी उपलब्ध हैं। इसके अलावा, सीनियर सिटीजन के लिए अलग टिकट काउंटर भी हैं, जिससे उन्हें लंबी लाइन में इंतजार न करना पड़े। ये सुविधाएं बुजुर्गों की यात्रा को और भी आसान और आरामदायक बनाती हैं।
- निचली सीट की सुविधा: स्लीपर, एसी 3 टियर, और एसी 2 टियर में प्राथमिकता।
- व्हीलचेयर: सभी बड़े स्टेशनों पर मुफ्त उपलब्ध।
- अलग काउंटर: टिकट बुकिंग के लिए कम इंतजार।
- बैटरी गाड़ी: स्टेशन पर सामान और बुजुर्गों को ले जाने के लिए।
क्या कह रहे हैं सीनियर सिटीजन?
इस ऐलान के बाद कई बुजुर्गों ने खुशी जताई है। दिल्ली के 65 साल के रमेश कुमार कहते हैं, “यह छूट हमारे लिए बहुत जरूरी है। रिटायरमेंट के बाद पैसे कम होते हैं, और यात्रा करना मुश्किल हो जाता है। अब हम अपने रिश्तेदारों से मिलने आसानी से जा सकेंगे।” हालांकि, कुछ बुजुर्गों का कहना है कि शताब्दी जैसी ट्रेनों में भी छूट मिलनी चाहिए। कई सामाजिक संगठनों ने भी इस फैसले का स्वागत किया है, लेकिन वे चाहते हैं कि छूट का दायरा और बढ़ाया जाए।
आगे क्या होगा?
रेलवे ने कहा है कि वह इस योजना को 20 मई 2025 से लागू करेगा और समय-समय पर इसकी समीक्षा भी करेगा। अगर यह योजना सफल रही, तो भविष्य में छूट का दायरा बढ़ाया जा सकता है। फिलहाल, सीनियर सिटीजन को सलाह दी जा रही है कि वे टिकट बुक करते समय अपनी उम्र का सबूत साथ रखें। रेलवे ने यह भी कहा कि वह यात्रियों की सुविधा के लिए और नई योजनाएं लाने की कोशिश करेगा। अब देखना यह है कि यह छूट कितने बुजुर्गों को फायदा पहुंचाती है और क्या रेलवे इसे और बेहतर बनाएगा।